शागान मुखर्जी
(१९७०–वर्तमान)
वाराणसी में जन्म, प्राथमिक शिक्षा दिल्ली में, और उत्तर प्रदेश में चित्रकला में स्नातकोत्तर की पढ़ाई—पेशे से ग्राफ़िक डिज़ाइनर रहे शागान विभिन्न मीडिया संस्थानों में उच्च पदों पर लम्बे समय तक कार्यरत रहे। इधर कुछ वर्षों से वे कला और साहित्य के विभिन्न क्षेत्रों में पुनः सक्रिय हो गए हैं। पिता करुणानिधान मुखर्जी अपने समय के मूर्धन्य चित्रकार, कवि, और कहानीकार थे। शागान उन्हीं की विरासत को आगे ले जाने की दिशा में प्रयासरत हैं।